SIM Fraud Check 2025: आज के डिजिटल दौर में मोबाइल नंबर हमारी पहचान, बैंकिंग, सोशल मीडिया और कई सरकारी सेवाओं से जुड़ा हुआ है। ऐसे में अगर कोई आपकी जानकारी के बिना आपकी आईडी (आधार या अन्य पहचान पत्र) का इस्तेमाल कर सिम ले ले, तो आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। लेकिन अब इस समस्या का हल सरकार ने खुद दिया है।
सरकार ने लॉन्च किया TAFCOP पोर्टल
फर्जी सिम एक्टिवेशन रोकने के लिए भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications – DoT) ने एक खास ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है – TAFCOP पोर्टल (Telecom Analytics for Fraud Management and Consumer Protection)।
यह पोर्टल आपको यह जांचने की सुविधा देता है कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर एक्टिव हैं और यदि कोई नंबर संदिग्ध हो, तो आप उसे तुरंत रिपोर्ट कर सकते हैं।
TAFCOP पोर्टल कैसे करता है काम?
यह पोर्टल टेलीकॉम कंपनियों से जुड़े डेटा को रियल टाइम में एनालाइज करता है। जब कोई उपयोगकर्ता अपनी आईडी से जुड़े नंबर चेक करता है, तो यह सिस्टम बताता है कि उस पहचान पत्र (ID) से जुड़े कितने मोबाइल नंबर फिलहाल सक्रिय (Active) हैं।
कैसे करें अपनी ID पर एक्टिव सिम की जांच?
स्टेप 1: TAFCOP पोर्टल खोलें : ब्राउज़र में जाएं और वेबसाइट ओपन करें: https://tafcop.sancharsaathi.gov.in
स्टेप 2: मोबाइल नंबर दर्ज करें : होमपेज पर आपको अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर डालना होगा।
स्टेप 3: OTP प्राप्त करें : ‘Request OTP’ बटन पर क्लिक करें और आपके नंबर पर एक OTP SMS आएगा।
स्टेप 4: OTP वेरीफाई करें : प्राप्त OTP को वेबसाइट पर दर्ज करें और ‘Validate’ करें।
स्टेप 5: लिस्ट देखें : OTP वेरीफाई होते ही, स्क्रीन पर आपकी ID से जुड़े सभी एक्टिव मोबाइल नंबर दिखाई देंगे।
फर्जी नंबर की पहचान और हटाने का तरीका
लिस्ट में दिखने वाले हर मोबाइल नंबर के साथ आपको 3 ऑप्शन मिलते हैं:
- Required – अगर यह नंबर सही में आपका है और आप उसे इस्तेमाल कर रहे हैं।
- Not Required – अगर आपने पहले कभी लिया था, लेकिन अब इस्तेमाल नहीं करते।
- Not My Number – अगर यह नंबर आपने कभी लिया ही नहीं और यह फर्जी लगता है।
जिस भी नंबर पर आपको शक हो, उसके सामने “Not My Number” या “Not Required” चुनें और नीचे दिए गए Report बटन पर क्लिक करें।
रिपोर्ट करने के बाद क्या होता है?
- आपकी रिपोर्ट DoT के पास जाती है, और आपको एक रेफरेंस नंबर / टिकट ID मिलता है।
- DoT उस जानकारी को संबंधित टेलीकॉम ऑपरेटर (Jio, Airtel, Vi आदि) को भेजता है।
- कंपनी उस नंबर को या तो बंद करती है या दोबारा वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू करती है।
यह जांच क्यों जरूरी है?
1. फ्रॉड से बचाव : अगर आपके नाम से किसी ने सिम ले रखा है और उसका इस्तेमाल बैंक फ्रॉड या आपराधिक गतिविधि में होता है, तो कानूनी कार्रवाई आपके खिलाफ भी हो सकती है।
2. आपकी पहचान की सुरक्षा : आपकी ID का गलत इस्तेमाल न हो, इसके लिए समय-समय पर चेक करना जरूरी है।
3. अनावश्यक सिम हटाना : कई बार पुरानी या बंद हो चुकी सेवाएं भी आपके नाम पर चलती रहती हैं, जिन्हें बंद करना जरूरी है।
4. कानूनी अनुपालन : एक व्यक्ति के नाम पर सीमित संख्या में सिम कार्ड ही एक्टिव हो सकते हैं — इससे अधिक होने पर नियमों का उल्लंघन माना जाता है।
कुछ जरूरी बातें जो ध्यान में रखनी चाहिए
- सभी नंबर लिस्ट में तुरंत नहीं दिख सकते, क्योंकि डेटा अपडेट होने में समय लगता है।
- TAFCOP पोर्टल फिलहाल कुछ राज्यों और सर्किल्स में ही पूरी तरह सक्रिय है।
- यह पोर्टल केवल मोबाइल सिम से संबंधित जानकारी देता है, लैंडलाइन या डेटा कार्ड शामिल नहीं हैं।
निष्कर्ष
TAFCOP पोर्टल एक बेहतरीन और सुरक्षित तरीका है यह जानने का कि आपकी पहचान का कोई दुरुपयोग तो नहीं हो रहा। समय-समय पर इस पोर्टल पर जाकर चेक करना एक ज़िम्मेदार नागरिक की तरह जरूरी कदम है।
अगर आपने आज तक यह चेक नहीं किया है, तो अभी जाकर https://tafcop.sancharsaathi.gov.in पर अपना नंबर डालें और अपनी पहचान को सुरक्षित बनाएं।