भारत की यह सड़क बनी दुनिया की सबसे ऊंची सड़क, गिनीज बुक में नाम दर्ज Worlds Highest Road

Worlds Highest Road: भारत ने एक बार फिर दुनिया को अपनी तकनीकी क्षमता और निर्माण कौशल का लोहा मनवाया है। अब दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनी सड़क भारत के पास है, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। यह सड़क न सिर्फ तकनीकी दृष्टिकोण से एक चमत्कार है, बल्कि भारत की सुरक्षा, पर्यटन और क्षेत्रीय विकास के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

अब तक का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है यह भारतीय सड़क

अभी तक यह माना जाता था कि दुनिया की सबसे ऊंची सड़क दक्षिण अमेरिका के देश बोलिविया में है, लेकिन अब भारत ने यह रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लद्दाख क्षेत्र में स्थित चिसुमले-डेमचोक रोड, अब दुनिया की सबसे ऊंची रोड बन गई है।

कहां स्थित है यह सड़क?

यह सड़क लद्दाख के उमलिंगला पास (Umling La Pass) पर स्थित है, जो समुद्र तल से करीब 19,300 फीट (लगभग 5,882 मीटर) की ऊंचाई पर है। यह ऊंचाई इतनी अधिक है कि यहां ऑक्सीजन स्तर सामान्य से 50% तक कम होता है। फिर भी इस सड़क को पूरी गुणवत्ता के साथ तैयार किया गया है।

चिसुमले-डेमचोक रोड की खासियतें

  • लंबाई: लगभग 52 किलोमीटर
  • निर्माण एजेंसी: सीमा सड़क संगठन (BRO)
  • स्थान: भारत-चीन सीमा के समीप
  • जलवायु: -40 डिग्री सेल्सियस तक तापमान
  • ऑक्सीजन स्तर: सामान्य से 50% कम

यह सड़क कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अत्यधिक ठंडे मौसम में बनाई गई है, जो भारतीय इंजीनियरिंग और समर्पण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

पर्यटन को मिला नया मुकाम

इस सड़क के बनने के बाद लद्दाख में एडवेंचर टूरिज्म को नई पहचान मिली है। खासकर उन लोगों के लिए जो रोड ट्रिप और ऊंचे पहाड़ी रास्तों पर घूमना पसंद करते हैं, यह मार्ग बेहद रोमांचक साबित हो रहा है। विदेशी पर्यटक भी इस अद्भुत सड़क को देखने और अनुभव करने के लिए भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

स्थानीय लोगों के लिए भी बना सहारा

सिर्फ पर्यटकों के लिए ही नहीं, यह सड़क स्थानीय निवासियों के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है। अब लोगों को सीमावर्ती गांवों तक पहुंचने में आसानी हो रही है। परिवहन की सुविधा बढ़ने से जरूरी सेवाएं और आर्थिक गतिविधियाँ भी तेज़ हुई हैं।

सुरक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम

भारत-चीन सीमा के समीप स्थित होने के कारण यह सड़क रणनीतिक दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है। भारतीय सेना और अन्य सुरक्षाबलों के लिए यह मार्ग किसी भी आपात स्थिति में तेजी से पहुंचने में मदद करेगा।

गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम

भारत की यह सड़क अब गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में आधिकारिक रूप से शामिल की जा चुकी है। इससे पहले बोलिविया की सड़क को सबसे ऊंची सड़क माना जाता था जिसकी ऊंचाई 18,953 फीट थी। लेकिन भारत की यह नई उपलब्धि उसे भी पीछे छोड़ चुकी है।

कब हुआ उद्घाटन?

इस सड़क का निर्माण कार्य अगस्त 2021 में पूरा हुआ था और इसका उद्घाटन रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 29 दिसंबर 2021 को किया था। यह एक ऐतिहासिक दिन था जिसने भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर की क्षमता को दुनिया के सामने साबित कर दिया।

निष्कर्ष

भारत में बनी यह सड़क न सिर्फ एक इंजीनियरिंग चमत्कार है, बल्कि यह देश की सुरक्षा, विकास और पर्यटन के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हो रही है। यह उपलब्धि भारत को विश्व पटल पर एक विकसित और सामर्थ्यवान राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत करती है। यह सड़क हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।

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