Inverter Battery Tips in Hindi: गर्मी के दिनों में बिजली कटौती आम बात हो जाती है, खासकर दोपहर और रात के समय। ऐसे में इनवर्टर ही एकमात्र सहारा होता है, लेकिन जब इनवर्टर की बैटरी जल्दी जवाब देने लगे, तो परेशानी और बढ़ जाती है। अक्सर लोग समझ नहीं पाते कि पुरानी बैटरी क्यों जल्दी डिस्चार्ज हो रही है और कैसे उसमें सुधार किया जाए।
अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। इस लेख में हम आपको बताएंगे 5 ऐसे आसान और असरदार उपाय, जिनसे आप पुरानी बैटरी की परफॉर्मेंस बेहतर बना सकते हैं और उसका बैकअप समय बढ़ा सकते हैं।
1. बैटरी का सही मेंटेनेंस है सबसे जरूरी
किसी भी बैटरी की उम्र और प्रदर्शन सीधे उसके रख-रखाव पर निर्भर करता है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी बैटरी लंबे समय तक चले और बेहतर बैकअप दे, तो समय-समय पर उसका रखाव जरूर करें।
- हर 2 से 3 महीने में बैटरी के वाटर लेवल (पानी का स्तर) को जांचें।
- केवल डिस्टिल्ड वॉटर (किसी भी मेडिकल या बैटरी शॉप से मिल जाता है) का ही प्रयोग करें।
- कभी भी नल का पानी या बोतल बंद पानी ना डालें, यह बैटरी की प्लेट्स को नुकसान पहुंचाता है।
- बैटरी को बहुत ज्यादा भरने से भी बचें, सिर्फ जरूरी लेवल तक ही पानी भरें।
सुझाव: वाटर लेवल कम होने पर बैटरी सूखने लगती है जिससे उसकी क्षमता तेजी से घटती है।
2. टर्मिनल्स को रखें साफ और जंगमुक्त
बैटरी के टर्मिनल यानी उसके पॉजिटिव और नेगेटिव कनेक्शन के पास अक्सर धूल, गंदगी या जंग (जंग=करप्शन) जमने लगती है, जिससे करंट का प्रवाह रुकता है और बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होती है। हर 15–20 दिन में टर्मिनल्स को चेक करें। अगर टर्मिनल्स पर जंग या हरे रंग का पाउडर जमा हो, तो उसे साफ कपड़े या ब्रश से रगड़कर साफ करें। आप बेकिंग सोडा और गरम पानी से भी टर्मिनल्स की सफाई कर सकते हैं। सफाई के बाद पेट्रोलियम जैली या ग्रीस लगाना अच्छा रहता है, ताकि जंग न लगे।
लाभ: इससे करंट की सप्लाई बेहतर होती है और बैटरी की लाइफ बढ़ती है।
3. इनवर्टर पर अधिक लोड न डालें
कई बार बैटरी जल्दी खत्म इसलिए हो जाती है क्योंकि हम इनवर्टर पर उसकी क्षमता से ज्यादा लोड डाल देते हैं। यह बैटरी पर बहुत दबाव डालता है।
- इनवर्टर से एक साथ फ्रिज, टीवी, मिक्सर या एसी जैसे भारी उपकरण ना चलाएं।
- कोशिश करें कि सिर्फ लाइट, पंखा, लैपटॉप या मोबाइल चार्जिंग जैसे जरूरी उपकरण ही जोड़ें।
- लोड को सीमित रखना बैटरी की परफॉर्मेंस को बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है।
टिप: बैटरी की क्षमता से ज्यादा भार डालना उसकी उम्र को कम कर देता है।
4. बैटरी को ठंडी और हवादार जगह पर रखें
ठंडी जगह पर बैटरी की परफॉर्मेंस बेहतर रहती है और उसका तापमान संतुलित बना रहता है।
5. बैटरी को सही तरीके से चार्ज करें
गलत चार्जिंग प्रक्रिया भी बैटरी की परफॉर्मेंस को नुकसान पहुंचा सकती है। बैटरी को कभी भी पूरी तरह डिस्चार्ज होने तक इंतजार न करें। बैटरी को मध्यम स्तर पर ही चार्ज करना ज्यादा फायदेमंद होता है। अगर आप कई दिनों तक इनवर्टर इस्तेमाल नहीं कर रहे, तो बैटरी को 4–5 दिन में एक बार जरूर चार्ज करें। लो वोल्टेज या बार-बार ट्रिपिंग की स्थिति में बैटरी जल्दी खराब हो सकती है, इसलिए वोल्टेज स्टेबलाइज़र लगाना भी अच्छा उपाय है।
सुझाव: अपने घर के अनुसार सही एम्पीयर (AH) की बैटरी और इनवर्टर लगवाना जरूरी है।
अतिरिक्त टिप: हर 4 से 6 महीने में सर्विसिंग कराएं
बैटरी की सर्विसिंग करवाना वैसा ही है जैसे कार का सर्विस करवाना। इससे बैटरी की अंदरूनी स्थिति का पता चलता है और किसी भी खराबी को समय रहते सुधारा जा सकता है। प्रोफेशनल टेक्नीशियन से बैटरी टर्मिनल्स, प्लेट्स और चार्जिंग सिस्टम की जांच करवाएं। अगर बैटरी पुरानी हो गई हो (3–5 साल), तो उसकी कंडिशन टेस्ट जरूर करवाएं।
निष्कर्ष (Conclusion)
इनवर्टर बैटरी चाहे नई हो या पुरानी, अगर आप उसका सही तरीके से ध्यान रखें, तो वह लंबे समय तक बेहतर बैकअप दे सकती है। ऊपर बताए गए उपाय ना सिर्फ बैटरी की उम्र बढ़ाते हैं, बल्कि गर्मी के मौसम में बिजली जाने पर आपका भरोसेमंद साथ भी निभाते हैं।
इसलिए अगली बार जब आपके इनवर्टर की बैटरी जल्दी खत्म हो, तो घबराने की बजाय इन आसान टिप्स को अपनाएं और पाएं लंबा, टिकाऊ और दमदार बैकअप।