FD Rates : एसबीआई और एचडीएफसी सहित बैंकों ने घटाई ब्याज दरें, जानिए आपके निवेश पर क्या असर पड़ेगा?

FD Rates: अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में पैसा लगाकर सुरक्षित और तय रिटर्न पाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम हो सकती है। साल 2025 की शुरुआत में ही देश के बड़े-बड़े बैंकों ने एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती कर दी है। इसमें एसबीआई (SBI), एचडीएफसी (HDFC) और आईसीआईसीआई (ICICI) जैसे बैंक भी शामिल हैं। ब्याज दरों में यह कमी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति में बदलाव के कारण हो रही है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि एफडी की ब्याज दरें क्यों घट रही हैं, इसका आपके निवेश पर क्या प्रभाव होगा, कौन-कौन से बैंक कितनी ब्याज दे रहे हैं, और सीनियर सिटीजन को इसका क्या असर झेलना पड़ सकता है।

रेपो रेट में कटौती और उसका असर एफडी पर

रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई बैंकों को लोन देता है। जब भी आरबीआई रेपो रेट घटाता है, तो बैंक अपने ग्राहकों को मिलने वाली सेवाओं पर भी ब्याज दरों में बदलाव करते हैं। 2025 में अब तक आरबीआई ने दो बार रेपो रेट में 25-25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है, जिससे यह 6.5% से घटकर 6% हो गई है।

रेपो रेट में इस गिरावट के बाद बैंकों पर दबाव आता है कि वे लोन और एफडी दोनों पर ब्याज दरें घटाएं। यही वजह है कि अब एफडी पर मिलने वाले रिटर्न में कमी की जा रही है।

एसबीआई (SBI) ने घटाई एफडी ब्याज दरें

देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) पहले ही अप्रैल और मई 2025 में अपनी एफडी दरों में कटौती कर चुका है।

  • कम अवधि की एफडी: पहले 3.5% ब्याज मिलता था, अब घटकर 3.3% रह गया है।
  • लंबी अवधि की एफडी: ब्याज दर 6.9% से घटकर 6.7% कर दी गई है।

इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो लंबी अवधि के लिए एफडी कराना चाहते हैं, क्योंकि अब उन्हें पहले की तुलना में कम रिटर्न मिलेगा।

सीनियर सिटीज़न के लिए स्पेशल स्कीम ‘अमृत वृष्टि’ पर असर

एसबीआई की सीनियर सिटीज़न के लिए खास योजना ‘अमृत वृष्टि’ में भी ब्याज दरों में कटौती की गई है।

  • पहले 444 दिनों की एफडी पर 7.05% ब्याज मिलता था, अब यह घटकर 6.85% हो गया है।
  • वहीं सीनियर सिटीजन को मिलने वाली अधिकतम ब्याज दर 7.55% से घटकर अब 7.35% हो गई है।

यह बदलाव उन बुजुर्गों के लिए काफी चिंता का विषय है, जो अपनी आय का बड़ा हिस्सा एफडी से प्राप्त करते हैं।

एचडीएफसी (HDFC) और आईसीआईसीआई (ICICI) बैंकों ने भी कम की दरें

निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक HDFC और ICICI बैंक ने भी एफडी की ब्याज दरों में कटौती की है।

  • HDFC बैंक अब सामान्य ग्राहकों को 3% से 7.1% और सीनियर सिटीजन को 3.5% से 7.55% तक का ब्याज दे रहा है।
  • ICICI बैंक ने भी 50 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है और अब यह 3% से 7.05% तक ब्याज दे रहा है।

इसका मतलब है कि निजी बैंकों में भी एफडी कराने वालों को अब पहले की तुलना में कम रिटर्न मिलेगा।

सीनियर सिटीज़न पर बड़ा असर

भारत में लाखों सीनियर सिटीज़न अपनी सेवानिवृत्ति के बाद की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए एफडी में निवेश करते हैं। ब्याज दरों में गिरावट से उनकी आय पर असर पड़ सकता है।
उदाहरण के लिए, अगर कोई सीनियर सिटीज़न 5 लाख रुपये की एफडी करता है, और पहले उसे 7.55% ब्याज मिलता था तो अब उसे सिर्फ 7.35% मिलेगा।
इससे सालाना ₹1,000 से ₹2,000 तक का नुकसान हो सकता है।

क्या करना चाहिए निवेशकों को?

अगर आप भी एफडी में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो इन बिंदुओं पर ध्यान दें:

  • छोटे बैंक और एनबीएफसी कभी-कभी बड़े बैंकों से ज्यादा ब्याज देते हैं, लेकिन वहां रिस्क भी थोड़ा ज्यादा होता है।
  • सरकारी योजनाएं जैसे सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम (SCSS) या पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट एक बेहतर विकल्प हो सकती हैं।
  • FD Laddering Strategy अपनाकर आप अलग-अलग समय पर एफडी मैच्योर कर सकते हैं, जिससे ब्याज दर घटने पर भी पूरा पैसा एक साथ प्रभावित नहीं होता।

निष्कर्ष

बैंक एफडी हमेशा से सुरक्षित निवेश का एक प्रमुख साधन रहा है, लेकिन 2025 में ब्याज दरों में आई गिरावट ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। अगर आप एफडी में निवेश करना चाहते हैं, तो पहले बैंक की ब्याज दरों की तुलना जरूर करें और निवेश का निर्णय सोच-समझकर लें।

सीनियर सिटीजन के लिए यह बदलाव और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी नियमित आय का बड़ा हिस्सा ब्याज से आता है। ऐसे में उनके लिए वैकल्पिक निवेश योजनाओं की ओर ध्यान देना जरूरी हो सकता है।

Leave a Comment